आगरा के क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे कोरोना वायरस के संदिग्धों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर न तो भोजन कीव्यवस्था है और न ही पीने के पानी की। यहां तक कि शौचालय भी गंदे पड़े हैं। एक-एक कमरे में 10-10 संदिग्ध लोगों को रखा जा रहा है।
कोरोना संदिग्धों को क्वारंटीन सेंटरों में अस्पताल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए गाइड लाइन बनाई गई है। लेकिन इनका पालन नहीं हो रहा। क्वारंटीन सेंटरों में खामियों का अंबार है। मंगलवार को तहसील की टीम ने क्वारंटीन सेंटरों का हाल देखा। इसमें से कई क्वांरटीन सेंटर सिर्फ कागजों में चलते मिले, जबकि मौके पर ताला लटका था।
अच्छे खाने की नहीं है सुविधा
कैलाशपुरी के रिहायशी इलाके में बने इस सेंटर में छह कमरों में 31 लोग रखे गए हैं। इसमें शास्त्रीपुरम, बंगाल व बिहार के रहने वाले लोग हैं। यहां नरेंद्र ने बताया कि आठ दिन हो गए। जांच के लिए सैंपल नहीं गया। खाना अच्छा नहीं मिलता। शौचालय गंदा है। इलाज के लिए नर्स तक नहीं।